आचार्य रामचंद्र शुक्ल के अनुसार हिंदी साहित्य का काल विभाजन। पद्य साहित्य का इतिहास काल विभाजन।

हिंदी साहित्य के लगभग 1000 वर्षों के इतिहास को 4 सालों में विभक्त कर नया नामकरण भी किया है जिसका श्रेय आचार्य रामचंद्र शुक्ल को जाता है।

1. आदिकाल–वीरगाथा काल– संवत 1050से1375 (सन 993से1318)

2. पूर्व मध्यकाल- भक्तिकाल– संवत 1375से1700 (सन 1318से1643) 

3.उत्तर मध्यकाल - रीतिकाल - संवत 1700से1900 (सन 1643से1843)

4.आधुनिक काल - वर्तमान काल - संवत 1900 से आज तक (सन 1843 से आज तक) 

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