निबंध - विज्ञान के चमत्कार//विज्ञान वरदान या अभिशाप//विज्ञान और मानव//विज्ञान का जीवन पर प्रभाव//विज्ञान के बड़ते चरण//विज्ञान की देन//विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी//


निबंध - विज्ञान के चमत्कार//विज्ञान वरदान या अभिशाप//विज्ञान और मानव//विज्ञान का जीवन पर प्रभाव//विज्ञान के बड़ते चरण//विज्ञान की देन//विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी//

रूपरेखा - 
प्रस्तावना
विज्ञान वरदान के रूप में 
विज्ञान अभिशाप के रूप में 
उपसंहार

1. प्रस्तावना - आज हम विज्ञान के युग में सांस ले रहे हैं। आज विज्ञान ने मानव जीवन के प्रत्येक पहलू को प्रभावित किया है। यदि हमारे पूर्वज अपनी कब्रों से उठकर आज की दुनिया को देखें तो उन्हें अपनी आंखों पर यह विश्वास नहीं होगा कि हम कभी इस दुनिया में निवास करते थे।

2. विज्ञान वरदान के रूप में - विज्ञान में मनुष्य का जीवन सुख , वैभव तथा समृद्धि से संपन्न बना दिया है। आज विज्ञान ने अनेक क्षेत्रों में आशातीत उन्नति की है 
जैसे - 
(i) खाद्यान्न के क्षेत्र में - खाद्यान्न के क्षेत्र में विज्ञान ने क्रांति मचा दी है। वर्तमान युग में किसान वर्षा ऋतु पर आश्रित नहीं रहता अपितु ट्यूबवेलों से खेतों को सींच रहा है। बैलों की जगह ट्रैक्टर के माध्यम से खेत की जुताई की जाती है। रासायनिक खादों का प्रयोग किया जाता है तथा कीटनाशक दवाओं के द्वारा फसलों की सुरक्षा की जाती है।
(ii) उद्योग एवं विज्ञान - मशीनों के द्वारा आज औद्योगिक क्षमता का विकास तीव्र गति से हो रहा है ।जो कार्य पहले सौ व्यक्तियों द्वारा पूरा होता था, आज मशीनों के द्वारा कम समय में एक ही व्यक्ति पूरा कर लेता है।
(iii) शिक्षा के क्षेत्र में - वर्तमान समय में टीवी ,रेडियो तथा कंप्यूटरों के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। चित्रपट पर प्रदर्शित राजनीतिक वार्ता, प्राकृतिक दृश्य तथा शैक्षिक कार्यक्रम शिक्षा के क्षेत्र में उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं।
(iv) आवागमन के क्षेत्र में - प्राचीन समय में यात्रा करना बहुत ही कष्टप्रद तथा भय युक्त होता था, लेकिन वैज्ञानिक आविष्कार के द्वारा आज रेल ,मोटर तथा वायु यानौं के माध्यम से मानव संपूर्ण विश्व की यात्रा कुछ घंटों में ही पूरा कर लेता है।
(v) चिकित्सा के क्षेत्र में - आज विज्ञान के माध्यम से अनेक घातक बीमारियों का एक्सरे द्वारा आंतरिक फोटो लेकर सरलता से पता लगा लिया जाता है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का इलाज भी संभव हो गया है। ऑपरेशन के द्वारा ना जाने कितने इंसानों को नया जीवन मिलता है 
(vi) संचार के क्षेत्र में - संचार के क्षेत्र में भी विज्ञान ने अभूतपूर्व उन्नति की है। टेलीफोन, टेलीग्राम तथा टेलीविजन के द्वारा हम घर बैठे ही संपूर्ण देश के लोगों का हाल जान सकते हैं।
(vii) कपड़ों के क्षेत्र में - आज वस्त्र निर्माण के लिए आधुनिक तकनीकों से युक्त नई नई मिलें स्थापित हो गई है। सिलाई के लिए नई नई मशीनौं का आविष्कार हो गया है।

(3) विज्ञान अभिशाप के रूप में - विज्ञान ने जहां मनुष्य को सुख सुविधाएं एवं स्वास्थ्य दिया है वहीं दूसरी ओर एक विशालकाय दानव की तरह भयानक मुंह खोले हुए उसे मृत्यु की नींद सुलाने को बेचैन है। हाइड्रोजन बम और जहरीली गैस से उसके लिए मृत्यु से भी भयंकर साबित हो रही है। विज्ञान द्वारा प्रदत भौतिक साधनों से मनुष्य आलसी हो गया है और शरीर से कमजोर हो गया है। विज्ञान ने वातावरण को अतीत दूषित कर दिया है और प्रकृति की संरचना से खिलवाड़ किया है।

(4) उपसंहार - विज्ञान स्वयं में शक्ति नहीं है, वह मनुष्य के हाथों में आकर ही शक्तिशाली बना है। उसका शुभ और अशुभ प्रयोग मनुष्य के हाथ में है। ईश्वर मनुष्य को ऐसी बुद्धि दे कि वह स्वयं मनुष्य के संहार के लिए इसका प्रयोग ना करें।।

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